कुछ रिश्ते अनाम होते है……………वही ”आम ” होते है
हां …कुछ रिश्ते अनाम होते हैजो ना दो नाम तो वहीवही बदनाम होते हैजो लबो से बोल दोवही ”आम ” होते है ”आँख” और ”आंसू” भी एक रिश्ता है यूँ तो देखो तो पानी...
अपनों के साथ के साथ ….अंजु(अनु)चौधरी
हां …कुछ रिश्ते अनाम होते हैजो ना दो नाम तो वहीवही बदनाम होते हैजो लबो से बोल दोवही ”आम ” होते है ”आँख” और ”आंसू” भी एक रिश्ता है यूँ तो देखो तो पानी...
किताबें बंद हैं यादों की जब सारी मेरे मन मेंये किस्से जेह्न से रह-रह कौन पढ़ता है वो बचपन में कभी जो तितलियाँ पकड़ी थीं बागों मेंबरस बीते, न अब तक रंग हाथों से...
क्या गुनाह है मेरा क्या गुनाह है मेराखफा क्यों हो दिल तोड़ने वालेसितमगर बेवफा कहलायेगागम में रहकर भीजीने कि कोई किरणदिखाई नहीं देती हैक्या गुनाह है मेराखफा क्यों हो जो हुए टूटे खिलौने कोफिर...
उसकी बे पनाह मोहब्बत भरी बातो को समझा हर इशारे में उसकी मोहब्बत की इबादत का रंग नज़र आता है आ कर वो मेरे कानो में धीमे से एक गीत गुनगुनाता हैमैंने तो आँखों...
मन क्यों अशांत सा हैसंतुष्टि का भान क्यों नहीं है जल रहा दीयाफिर पतंगा ही परेशान सा क्यों हैभागा था वो अँधेरे से डर करक्या मिला रोशनी में आ कर क्यों आँखे सूज रही...